THE BEST SIDE OF वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

The best Side of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

The best Side of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

Blog Article



कामाख्या मंत्र: "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे"

शनिवार के दिन हनुमानजी को सिन्दूर का चोला चढ़ाकर विधिपूर्वक पूजा करके प्रतिदिन एक माला के क्रम से इक्कीस दिन तक मन्त्र जपें। फिर प्रयोग करने के लिए मन्त्रजप करते हुए चौराहे की मिट्टी का ललाट पर तिलक लगाकर जिस भी व्यत्तिः के सामने जायेगा, वह उसकी आज्ञा का पालन अवश्य करेगा।

विधि: शनिवार की रात को भैरव देव की पूजा करके उक्त मन्त्र से गुड़ को इक्कीस बार अभिमन्त्रित कर जिसे भी खिलाया जायेगा, वही साधक के वश में हो जायेगा।

सुपारी के जरिये मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना करना आज का काम नहीं है.

वशीकरण एक प्राचीन आध्यात्मिक प्रक्रिया है जो भारतीय परंपराओं में जानी जाती है। यह एक रहस्यमयी कला है जिसका उपयोग किसी व्यक्ति के मन और भावनाओं को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए किया जाता है। संस्कृत में, “वशी” का अर्थ है “आकर्षित करना या नियंत्रण करना” और “करण” का अर्थ है “विधि”। इसे मुख्यतः रिश्तों को सुधारने, खोए हुए प्रेम को वापस पाने और जीवन की कठिनाइयों को हल करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

ॐ नमो आदेश गुरु को कामरु देश कामाक्षा देवी तहाँ बैठे इस्माइल जोगी, जोगी के आँगन फूल क्यारी फूल चुन-चुन लावे लोना चमारी फूल चल फूल-फूल बिगसे फूल पर बीर नरसिंह बसे जो नहीं फूल का विष कबहुं न छोड़ें मेरी आस मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।

मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना की ही अलग अलग विधि का प्रयोग अलग अलग मकसद से किया जाता है. आमतौर पर मोहन मंत्र साधना का प्रयोग अपने व्यक्तित्व को इतना आकर्षक और चुम्बकीय बना लिया जाता है की इच्छित माध्यम देखते ही मोहित हो जाए.

मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना क्या ये कारगर उपाय है ?

इस तिलक के प्रभाव से सामने वाला जब तक आपके सामने है तब तक वो आपके आकर्षण में रहता है.

वशीकरण मंत्रों के संबंध में नैतिकता की दृष्टि से यह विषय विवादास्पद है। वशीकरण मंत्रों का उपयोग सचेतीपूर्वक और जिम्मेदारीपूर्वक करना चाहिए। जब आप इन मंत्रों का उपयोग करते more info हैं, तो इसे अपने नैतिक मानदंड और दूसरों के साथ संबंधित नैतिकता पर परिणामों का ध्यान देना चाहिए। सच्ची संवेदनशीलता, नैतिकता, और उच्चतम मान्यताओं के साथ ही इनका उपयोग करना चाहिए।

कभी भी अमावस, ग्रहण या किसी भी बुरे महूर्त के समय नहीं मिलना चाहिए.

विधि: इस मन्त्र को किसी शुभ मुहूर्त में दस हजार बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर प्रयोग करते समय बृहस्पतिवार को प्रसन्न होकर थोड़ा-सा नमक लेकर उसे सात बार मन्त्र से अभिमन्त्रित करके जिस स्त्री को मोहित करना हो, उसके खाने-पीने की वस्तु में वह नमक मिला दें। वह स्वी साधक पर तन-मन-धन से मोहित हो जायेगी। देवदत्ती के स्थान पर साध्य स्त्री के नाम का उच्चारण करें।

साधक का जो तेज इस साधना के दौरान बनता है वह सब पर अलग प्रभाव छोड़ता है. आइये जानते है मोहिनी वशीकरण साधना के बारे में.

हाथ पसारूं मुख मलूं, काची मछली खाऊं। आठ पहर चौसठ घड़ी, जग मोह घर जाऊं।।

Report this page